• बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को अपमानित करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा : तरुण चुघ

    भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ ने मंगलवार को कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को अपमानित करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा

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    छपरा। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ ने मंगलवार को कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को अपमानित करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह देश शिक्षित और विकसित भारत बनेगा।

    सोनपुर में आयोजित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर सम्मान अभियान के अंतर्गत जिला स्तरीय विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस और इंडी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि आज जो लोग संविधान की प्रति जेब में रखकर घूम रहे हैं, उनके पूर्वजों ने ही सबसे ज्यादा संविधान का अपमान किया है।

    उन्होंने कहा, “बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर एक दूरदृष्टा और युगद्रष्टा नेता थे, जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि भारत का हर नागरिक समानता और गरिमा के साथ जीवन जी सके। दुर्भाग्यपूर्ण है कि जीवित रहते हुए और मृत्यु के बाद भी उन्हें कांग्रेस के नेहरू-गांधी परिवार ने लगातार अपमानित किया। चार पीढ़ियों तक बाबा साहेब के साथ अन्याय हुआ और उन्हें संविधान सभा में आने से रोकने का हरसंभव प्रयास किया गया। उन्हें संविधान सभा में स्थान दिलवाने का कार्य तब की हिंदू महासभा ने किया।”

    उन्होंने राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और इंडी गठबंधन के नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि आज जो नेता बार-बार चुनाव हार चुके हैं, वे संविधान की बात करते हैं, जबकि उनके ही पूर्वजों ने संविधान और लोकतंत्र को बार-बार धोखा दिया है। पंडित नेहरू ने खुद सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर बाबा साहेब द्वारा दिए गए आरक्षण का विरोध किया था, राजीव गांधी ने संसद के पटल पर ओबीसी आरक्षण का विरोध किया और राहुल गांधी तो विदेश जाकर आरक्षण खत्म करने की बात करते हैं।

    उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार ने बाबा साहेब के सपनों को साकार करने के लिए रात-दिन परिश्रम किया है। गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों के लिए मोदी सरकार की योजनाएं आत्मनिर्भर और विकसित भारत का निर्माण कर रही हैं। जिस बाबा साहेब के अंतिम संस्कार के लिए कांग्रेस ने चार गज जमीन नहीं दी, उनके जीवन के पांच महत्वपूर्ण स्थलों को पंचतीर्थ बनाकर श्रद्धांजलि दी गई।

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